Home छत्तीसगढ़ मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समरसता भवन और रौनियार समाज सांस्कृतिक भवन का किया लोकार्पण

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने समरसता भवन और रौनियार समाज सांस्कृतिक भवन का किया लोकार्पण

by admin

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने तपकरा में विशाल जनसभा को संबोधित किया
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय

प्रदेश की महिलाओं का जल्द मिलेगी महतारी वंदन योजना की पहली किश्त

तपकरा में 50 लाख रूपए की लागत से बनेगा मंगल भवन, सोनकर समाज के सामाजिक भवन के लिए 20 लाख रूपए की घोषणा

रायपुर, 02 मार्च 2024

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने आज जशपुर जिले के तपकरा में विशाल आम सभा को संबोधित किया और तपकरा में विधायक निधि से 20 लाख की लागत से निर्मित समरसता भवन तथा सांसद निधि से 5 लाख की लागत से निर्मित रौनियार समाज सांस्कृतिक भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री के आगमन क्षेत्रवासियों ने लड्डुओं से तौल कर उनका स्वागत किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आत्मीय स्वागत के लिए क्षेत्रवासियों के प्रति आभार जताया और तपकरा में मंगल भवन के लिए 50 लाख रुपए और तपकरा में ही सोनकर समाज के सामाजिक भवन के लिए 20 लाख रूपए दिए जाने के साथ ही तपकरा हाई स्कूल ग्राउंड के समतलीकरण, सौंदर्यीकरण की घोषणा की। उन्होंने हाईस्कूल परिसर में जिम की स्थापना और सोलर लाइट लगाने की घोषणा भी की।

मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि 13 दिसंबर को हमारी सरकार ने शपथ लेते ही 14 दिसंबर की प्रथम केबिनेट की बैठक में प्रदेश के 18 लाख गरीब परिवारों के आवास निर्माण का निर्णय लिया। पूर्व प्रधानमंत्री एवं भारत रत्न स्वर्गीय श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के जन्मदिवस के अवसर पर प्रदेश के 12 लाख से अधिक किसानों को दो साल के बकाया धान के बोनस की राशि 3716 करोड़ रुपए अंतरित किए। मुख्यमंत्री ने पीएससी में हुई गड़बड़ी की जांच सीबीआई को सौंपने की जानकारी देते हुए कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राज्य की विवाहित महिलाओं के लिए शुरू की गई महतारी वंदन योजना के तहत दी जाने वाली सहायता राशि की पहली किस्त जल्द ही दिए जाने की बात कही।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य सरकार द्वारा श्री रामलला दर्शन योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ के लोगों के लिए भगवान रामलला के दर्शन की निःशुल्क व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि तेंदूपत्ता संग्राहकों को 5500 रुपए प्रति मानक बोरा पारिश्रमिक दिया जाएगा और चरण पादुका योजना भी पुनः प्रारंभ की जाएगी।

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