दुर्ग | राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वयंसेवक जब नगर में पूर्ण गणवेश में संचलन करता है तो समाज के सभी नागरिकों के हृदय में अनुशासन और सुरक्षा का भाव जागृत करता है | समय-समय पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से किया जाने वाला यह पथ संचलन समाज के लिए, समाज के बीच से आए स्वयंसेवकों द्वारा ही किया जाता है | अपने इन उद्देश्यों में स्वयंसेवक कितना खरा उतरते हैं इसका आकलन वे स्वयं करते हैं संघ नहीं, यही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की रीति नीति है| उक्त बातें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के छत्तीसगढ़ प्रांत के संपर्क प्रमुख संजय दुबे ने कही | आज वे दुर्ग के रविशंकर स्टेडियम में आयोजित गुणवत्ता पथ संचलन कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित थे | श्री दुबे ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि एक छोटे रूप में शुरू किए गए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का विस्तार न केवल देश वरन विदेश में भी तेजी से हुआ है| इसकी वजह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का समाज के प्रति समर्पण, देश सेवा और व्यक्ति निर्माण ही है | उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ जाति धर्म और छोटे बड़े का विभेद नहीं करता, समाज के सभी लोग एक हैं और उन्हें एकजुट रहकर ही समाज और देश निर्माण करना होगा | उन्होंने एकाकी परिवारों पर भी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि समाज तभी समृद्ध हो सकता है जब परिवार भी एकजुट और समूह में रहे | इससे पहले कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे उद्योगपति स्वामीनाथन जी ने भी संघ के समाज कार्यों पर प्रकाश डाला और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से अपने जुड़ाव पर बातें की | कार्यक्रम की शुरुआत मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने दुर्ग नगर का करीब 4 किलोमीटर का पथ संचलन किया| बेहद ही अनुशासित इस संचलन का जगह-जगह लोगों ने हाथ जोड़कर स्वागत किया | कार्यक्रम स्थल पर संघ के संघचालक गंगाधर जाधव, विभाग सह कार्यवाह दिलेश्वर उमरे, जिला कार्यवाह सुनील पटेल, हेमंत नाग, विजय अग्रवाल, चेलाराम, वीरेंद्र देवांगन, दुष्यंत साहू, सहित कार्यकारिणी के अन्य पदाधिकारी व समाज के प्रतिष्ठित नागरिक उपस्थित रहेl
समाज तभी समृद्ध हो सकता है जब परिवार भी एकजुट और समूह में रहे : छत्तीसगढ़ प्रांत संपर्क प्रमुख संजय दुबे
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