नईदिल्ली (ए)। सेमी हाई स्पीड ट्रेन अमृत भारत के बाद अब देश को अमृत भारत एक्सप्रेस मिलने वाली है. इसकी शुरुआत बिहार के दरभंगा और पश्चिम बंगाल के मालदा से होगी. केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बड़ी जानकारी साझा करते हुए बताया कि पीएम मोदी नव निर्मित अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे जिसमें पुश-पुल तकनीक है. वैष्णव ने नवीन पुश-पुल तकनीक के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि इससे ट्रेनों की गति के साथ-साथ यात्री सुविधा भी बढ़ाएगी. पुश-पुल तकनीक से लैस ट्रेन में दो इंजन होते हैं. इसमें से एक इंजन ट्रेन को खींचने और एक इंजन ट्रेन को धक्का देने का काम करता है. इसके कारण यह कम समय में अधिक स्पीड पकड़ लेती है. इससे पहले वंदे भारत ट्रेन में इस तकनीक का प्रयोग किया गया था.
अश्विनी वैष्णव ने कहा कि अमृत भारत ट्रेन में पुश-पुल तकनीक के कारण बेहतर उपकरण की व्यवस्था है. वाहन तेजी से गति करता है और तेजी से रुकता भी है, जिससे रास्ते में जहां भी मोड़ और पुल हों, समय की बचत होती है. यह सेमी-परमानेंट कप्लर्स से लैस है जो ट्रेन में झटके की गुंजाइश को खत्म कर देता है. हर सीट के पास चार्जिंग प्वाइंट दिए गए हैं. विकलांगों के लिए विशेष शौचालय भी बनाए गए हैं, जिनमें चौड़े दरवाजे और विशेष रैंप हैं. इंजन में पूरी तरह से नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. वंदे भारत की तरह अमृत भारत ट्रेन में भी एक पूर्ण लोकोमोटिव कैब स्थापित किया गया है. ट्रेन के शौचालयों के डिजाइन में काफी बदलाव किए गए हैं, जिसमें पानी के न्यूनतम उपयोग को बढ़ावा दिया गया है.
अमृत भारत ट्रेनों में मेड इन इंडिया का तकनीक इस्तेमाल
वंदे भारत ट्रेनों और आने वाली अमृत भारत ट्रेनों में इस्तेमाल की जाने वाली तकनीक मेड इन इंडिया है. दुनिया की दो सबसे महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां हैं. डिस्ट्रीब्यूटिव पावर जिसने वंदे भारत ट्रांजिट का निर्माण किया है और पुश-पुल तकनीक जिसने अमृत भारत का निर्माण किया है, दोनों प्रौद्योगिकियां पीएम मोदी की मेक इन इंडिया पहल के तहत भारत में बनाई गई हैं. इस ट्रेन को देश के सभी राज्यों में चलाया जाएगा. देश के सभी रूट को कवर किया जाएगा.