दुर्ग। मंगलवार को दुर्ग जिले के भाजपा प्रत्याशियों, निर्वाचन अभिकर्ताओं एवं प्रमुख भाजपा नेताओं ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर से मिलकर डाक मत पत्रों की सुरक्षा के बारे में असंतोष जताते हुए नाराजगी जताई और ट्रेजरी में संधारित किए जा रहे डाक मत पत्रों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लिखित सुझाव दिए। इस दौरान भिलाई जिला भाजपा अध्यक्ष बृजेश बिचपुरिया, भिलाई नगर भाजपा प्रत्याशी प्रेम प्रकाश पाण्डेय, दुर्ग ग्रामीण भाजपा प्रत्याशी ललित चंद्राकर, वैशाली नगर भाजपा प्रत्याशी रिकेश सेन जिला भाजपा महामंत्री सुरेंद्र कौशिक, योगेंद्र सिंह, जिला भाजपा उपाध्यक्ष एवं निर्वाचन अभिकर्ता राजेंद्र कुमार, निर्वाचन अभिकर्ता भोजराज सिन्हा, सौरभ चौबे, विनायक नातू, आशीष खंडेलवाल उपस्थित रहे।
चर्चा के दौरान भाजपा नेताओं ने आपत्ति करते हुए कहा कि दुर्ग जिला कोषालय रखे जा रहे डाक मतपत्रों के कमरे के सामने सीसीटीवी कैमरा नहीं लगा है। जिस पर जिला निर्वाचन अधिकारी पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने सीसीटीवी कैमरा लगाये जाने हेतु आदेशित किया। भाजपा नेताओं ने इस पर प्रत्युत्तर देते हुए कहा कि इतने लंबे समय से बिना सिक्योरिटी गार्ड और बिना सीसीटीवी कैमरे के डाक मत पत्रों को रखा गया अब तक उसमे धांधली नहीं हुई होगी इसकी क्या गारंटी है?
भाजपा नेताओं ने इस बिंदु पर भी रोष व्यक्त किया कि डाक मत पत्र पोस्ट ऑफिस से आने के बाद और कोषागार में रखे जाने से पहले जिन कर्मचारियों के कब्जे में रहता है, उनके द्वारा सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के प्रभाव में आकर हेरा फेरी किए जाने की पूरी गुंजाइश है। दुर्ग जिले में डाक मतपत्रों को लेकर बेहद लापरवाही बरती जा रही है। दुर्ग जिला निर्वाचन प्रशासन द्वारा कोषालय के प्रतिदिन खोलने और बंद करते समय सीलिंग प्रक्रिया में दरवाजे पर लगाई जाने वाली कागज की सील में केवल प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर किया जा रहा है, उसमें किसी भी विधानसभा के किसी भी प्रत्याशी अथवा राजनीतिक दल की प्रतिनिधियों के हस्ताक्षर नहीं लिए जा रहे हैं जो कि स्पष्ट रूप से डाक मत पत्र में धांधली की संभावना को प्रकट करता है।
भाजपा नेताओं ने अपने सुझाव पत्र में कहा कि ट्रेज़री में अनाधिकृत व्यक्तियों की आवा-जाही अत्यधिक है जिस कारण इन मतपत्र में हेराफेरी की प्रबल संभावना है। इसके अतिरिक्त कांग्रेस के पक्ष में पूर्वाग्रह से ग्रसित कुछ अधिकारी-कर्मचारियों के द्वारा भी मतपत्रो में अनाधिकृत हस्तक्षेप किया जा रहा है। इस स्थिति में इन मतपत्रो की सुरक्षा में लगे कर्मियों की संख्या बढ़ाकर तथा सी.सी.टी.वी. कैमरा लगाकर सुरक्षा बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त यह आवश्यक है कि इन मतपत्रो को ट्रेज़री के स्थान पर स्ट्रांग-रूम में संधारित किया जाए।