समस्तीपुर (ए)। बिहार के समस्तीपुर जिले के नगर थाना क्षेत्र में एक महिला पुलिस कांस्टेबल (सिपाही) ने ड्यूटी के दौरान ही गले में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या के कारण वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा प्रताड़ना बताया जा रहा है। पुलिस जांच की बात कह रही है।
पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि समस्तीपुर में पुलिस कंट्रोल रूम में ड्यूटी के दौरान ही बुधवार की देर शाम एक महिला सिपाही ने खुदखुशी कर ली। ड्यूटी के दौरान कमरा बंद देख अन्य पुलिसकर्मी गेट तोड़कर अंदर घुसे तो कांस्टेबल अर्चना का शव फंदे से लटका मिला।
पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन में उसे समस्तीपुर सदर अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक महिला सिपाही गया जिले के खिजरसराय की रहने वाली थी। अर्चना के पति सुमन कुमार भी सिपाही के पद पर कार्यरत है। सूचना मिलने के बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच की है। अधिकारी के मुताबिक, नगर थाना की पुलिस द्वारा शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया गया।
पोस्टमार्टम उपरांत शव को अंतिम संस्कार के लिए परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। मामले की छानबीन एवं कारणों का पता लगाने के लिए विशेष जांच टीम का गठन किया जा रहा है। इधर, बताया जा रहा है कि दो पन्ने के सुसाइड नोट में विभागीय प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया है कि उसके पति को भी गलत तरीके से निलंबित कर दिया गया।
उन्होंने विभाग की ओर से सरकारी क्वार्टर खाली करने को लेकर बनाए जा रहे दबाव और एक मेजर पर मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया है। उसने लिखा है कि सरकारी कमरा खाली करने को लेकर मेजर द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा था।
सुसाइड नोट के अंत में उन्होंने भावुक होकर कहा है कि लोग कहेंगे कि उसने बच्चों की भी चिंता नही की। आगे लिखा जब जिंदा होकर ही खुशी नहीं दे पा रही हूं तो क्या करूं। उन्होंने इसके लिए परिजनों से सॉरी भी कहा है।