श्रावण मास के प्रथम सोमवार को छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध पुरातत्व, पर्यटन, जनआस्था के केन्द्र एवं ऐतिहासिक महत्व के स्थल बाबा भोरमदेव मंदिर के लिए पदयात्रा में भारी उत्साह और उमंग देखा गया। कवर्धा से एतिहासिक पंचमुखी बुढ़ा महादेव की विधिवत पुजा-अर्चना व वैदिक मंत्रोच्चार के साथ भोरमदेव मंदिर लगभग 16 किलोमीटर दूरी की पदयात्रा प्र्रांरभ हुआ। 16 किलोमीटर की इस पदयात्रा में राज्य शासन के वरिष्ठ अफसर से लेकर जिला प्रशासन के अधिकारी-कर्मचारी, जनप्रतिनिधि, समाज सेवी संगठन, फोर्स एकेडमी, स्कूली बच्चों से लेकर आमजन हजारों की संख्या में महिला-पुरूष व बच्चें श्रद्धालू के रूप में स्वस्फूर्त शामिल हुए। भोरमदेव पदयात्रा में कबीरधाम जिले में कलेक्टर के तौर पर अपनी सेवाएं दे चुके राज्य शासन के दो वरिष्ठ अफसर वन विभाग के सचिव श्रीमती आर संगीता और मुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी विशेष रूप से शामिल हुए। वर्ष 2008 से भोरमदेव पदयात्रा प्रांरभ होने के बाद से दोनों अफसर इस पदयात्रा में प्रतिवर्ष शामिल होने कबीरधाम आते है।
कबीरधाम जिले के नवपदस्थ कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह, अपर कलेक्टर श्री बी.एस.उइके, वनमंडलाधिकारी श्री चुडामणि सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर, सहित राज्य क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शर्मा, जिला पंचायत सदस्य श्री तुकाराम चन्द्रवंशी, कवर्धा कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष श्री नीलकंठ साहू, राजेश शुक्ला, अगम अंनत, बोडला जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री प्रभाती मरकाम, श्री मोहित महेश्वरी, श्री राजेश माखीजानी, श्री अशोक सिंह, गोरेलाल चन्द्रवंशी सहित अन्य प्रतिनिधि व गणमान्य नागरिकों ने पूरे 16 किलोमीटर पदयात्रा कर भोरमदेव मंदिर पहुंचे। कलेक्टर श्री महोबे सहित सभी गणमान्य नागरिकों ने भोरमदेव मंदिर पहुंच कर विधिवत पुजा-अर्चना की और जिले के खुशहाली व समृद्धि की कामना की। कलेक्टर ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि पूरे प्रदेश में समग्र कबीरधाम जिला का एक अध्यात्म, पुरात्व व पर्यटन की दृष्टि से एक अलग पहचान है। आज श्रावण मास के प्रथम सोमवार को आयोजित इस पदयात्रा में जिले के सभी गणमान्य नागरिकों, जनप्रनिधियों से लेकर समाज सेवी संगठनों और आमजनों में बहुत उत्साह देखने को मिल रहा है। कोविड संक्रमण काल से दो वर्ष के अंतराल में आयोजित इस पदयात्रा को लेकर पूरे जिले भर में उत्साह का वातावरण बना हुआ है। उन्होने पूरे जिले वासियों को श्रावण मास की बधाई और शुभकामनाएं भी दी है।
पदयात्रियों को जगह–जगह पुष्प गुच्छ भेंट व तिलक लगाकर स्वागत और अभिनंदन किया
भोरमदेव पदयात्रा को लेकर कवर्धा से भोरमदेव मंदिर पूरे 16 किलोमीटर तक विगत वर्षो की तुलना में दोगुनी उत्साह और उमंग देखने को मिला। जिले के विभिन्न संगठनों से लेकर अलग-अलग समाजिक संगठनों द्वारा स्टॅाल लगाकर पदयात्रियो को जलपान कराया और पुष्प गुच्छ, माला भेंट कर व तिलक लगाकर स्वागत और अभिन्नंद किया गया।
16 किलोमीटर की पदयात्रा में दो स्थानों पर हुआ वृहद पौधा रोपण
कवर्धा से लेकर भोरमदेव मंदिर तक की इस 16 किलोमीटर की पदयात्रा में दो अलग अलग स्थल राजा नवागांव पुलिस थाना परिसर और ग्राम छपरी के समीप वृहद पौधारोपण गया गया। इस पौधा रोपण कार्यक्रम में वन विभाग के सचिव श्रीमती आर संगीता और मुख्यमंत्री व लोक निर्माण विभाग के सचिव श्री सिद्धार्थ कोमल परदेशी कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे, पुलिस अधीक्षक डॉ लाल उम्मेद सिंह, वनमंडलाधिकारी श्री चुडामणि सिंह, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती मनीषा ठाकुर, सहित राज्य क्रेडा के सदस्य श्री कन्हैया अग्रवाल, नगर पालिका अध्यक्ष श्री ऋषि कुमार शर्मा, जिला पंचायत सदस्य श्री तुकाराम चन्द्रवंशी, राजेश शुक्ला, अगम अंनत, बोडला जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री प्रभाती मरकाम, श्री मोहित महेश्वरी, राजेश माखीजानी,श्री अशोक सिंह, गोरेलाल चन्द्रवंशी ने एक-एक पौधा रोपण किया।
पदयात्रा के साथ–साथ चली एम्बूलेंस, चिकित्सो की टीम, स्वास्थ्य शिविर में मरहम पट्टी की निःशुल्क व्यस्था
पदयात्रा में शामिल श्रद्धालुओं को तत्काल स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ विभाग की टीम अलर्ट दिखाई दी। 16 किलोमीटर की इस पदयात्रा के साथ-साथ प्राथमिक उपचार के लिए एम्बूलेंस भी रही। इसके अलावा ग्राम राजानावनागांव, ग्राम छपरी और भोरमदेव मंदिर परिसर के समीप कांवरियों के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाई गई। इस शिविर में पदयात्रा सहित कांवरियों के उपचार व मरहम पट्टी व उनके उपचार के लिए स्वास्थ्य अमले की टीम बनाई गई है। इसके अलावा जिले से अमरकंटक जाने वाले पदयात्री कांवरियों के प्राथमिक उपचार के लिए अमरकंटक मार्ग हनुमंत खोल और ककदूर विश्राम गृह परिसर के समीप तथा डोंगरिया में स्वास्थ्य शिविर लगाई गई है।
कावंरियों के विश्राम के लिए भोरमदेव मंदिर परिसर के आसपास 6 भवनों को किया गया आरक्षित
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर कावरियों के विश्राम के लिए 6 भवनों को आरिक्षत किया गया है। जिसमें 1. कंवरिया भवन 2. ग्राम पंचायत के पास बैगा भवन 3. आदिवासी भवन 4. शांकम्भरी भवन 5. ग्राम पंचायत भवन में वाटर प्रुफ टेंट की व्यवस्था 6. मड़वा महल मोड़ के पास धर्मशाला भवन में टेंट में ठहरने की और शौचालय की व्यवस्था की गई है।
कांवरियों से विशेष अपिल, सिर्फ लोटा लेकर गर्भ गृह में जाने की अपील
श्रावण मास में प्रथम सोमवार को हजारों की संख्या में पहुंच रही पदयात्री और कांवरियों के लिए मंदिर समिति द्वारा विशेष अपील की गई है। अनुविभागीय अधिकारी श्री पीसी कोरी ने बताया कि कावरियों के लिए मंदिर परिसर के समीप कांवर रखने के लिए विशेष स्थल बनाया गया है। कांवरियों द्वारा पूरे कांवर के साथ मंदिर गर्भ गृह में प्रवेश करने से वहां बढती भीड़ में अव्यवस्था हो रही है। इसलिए कांवरियों से अपील करते हुए कहा है कि वे अपने कांवर को कांवर स्टेंड में रखकर सिर्फ अपने लोटा को लेकर मंदिर में प्रवेश करें। इससे अन्य लोगों को भी सुविधा मिलेगी तथा भीड को नियंत्रण करने में सहयोग भी मिलेगा।
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