सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र ने जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर-9 के माध्यम से भिलाई के नगरवासियों हेतु कोविड से बचाव के लिये निरन्तर प्रयास किया है। बीएसपी अस्पताल और उनके प्रतिबद्ध चिकित्सकों ने कोविड के उत्कृष्ट चिकित्सा के साथ-साथ कोविड टीकाकरण को बड़े बेहतरीन ढंग से अंजाम दिया है। कोविड टीकाकरण के इस मुहिम में आज जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर-9 ने एक लाख टीके की खुराक देकर एक नया मील का पत्थर पार किया है।
विदित हो कि भारत ने 18 जनवरी, 2021 से अपना पहला जन-टीकाकरण कार्यक्रम प्रारंभ किया। भारत सरकार के इस अभियान को सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के जवाहर लाल नेहरू अस्पताल एवं अनुसंधान केन्द्र में बीएसपी के निदेशक प्रभारी अनिर्बान दासगुप्ता के कुशल व प्रभावी नेतृत्व में 25 जनवरी 2021 को कोविड-19 के टीकाकरण का शुभारम्भ किया गया था। आज दिनांक 08 जून, 2022 को जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र, सेक्टर-9 में लाभार्थी श्रीमती सुमन बिनायके को 1,00,000वीं खुराक लगाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। सुरक्षित टीकाकरण को बीएसपी अस्पताल के कुशल चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ के निरन्तर योगदान से यह लक्ष्य हासिल करने में सफलता मिली।
कार्यपालक निदेशक (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएँ) डाॅ एस के इस्सर, सीएमओ द्वय डॉ एम रवींद्रनाथ एवं डॉ प्रमोद बिनायके के कुशल मार्गदर्शन और नेतृत्व में इस अभूतपूर्व टीकाकरण अभियान को सफलतापूर्वक प्रबंधित किया गया। मेडिकल बिरादरी के सामूहिक प्रयासों के चलते कोविड-19 टीकाकरण की गुणवत्ता से लेकर इसके उचित ट्रैकिंग, टीके के उपयोग की रिपोर्टिंग और पूरी आपूर्ति श्रृंखला को सुनिश्चित करने के साथ ही कोविड-19 टीकों की सुरक्षा को बेहतर ढंग अंजाम दिया गया।
जेएलएन अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र के वैक्सीनेशन टीम जिसने टीकाकरण अभियान को सफल बनाया इस टीम के अहम सदस्य हैं अतिरिक्त सीएमओ, डॉ संबिता पंडा, डॉ सुबोध साहा एवं डॉ एन एस ठाकुर जिनके अथक प्रयासों से कोविड-19 वैक्सीन आपूर्ति की रणनीतिक योजना और उपलब्ध टीकाकरण केंद्रों में दैनिक टीकाकरण की योजना का सफल क्रियान्वयन किया गया। इसमें डिपार्टमेंट आॅफ पीडियाट्रिक्स तथा पीडियाट्रिक्स डीएनबी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रदत्त टीकाकरण खुराक की संख्या को दैनिक आधार पर कोविड-19 डैशबोर्ड पर अपडेट किया जाता है। सामान्य तौर पर, कोविड-19 के टीके गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने और सभी मौजूदा वायरस प्रकारों से मृत्यु को रोकने में बहुत ही प्रभावी हैं।
कोविड वैक्सीन कार्यक्रम को सफल बनाने में इसके आपूर्ति, प्रलेखन और उपलब्धता को सुनिश्चित करने में श्री शाहिद अहमद (जीएम-रखरखाव), श्री बलवीर सिंह (जीएम-एडमिन), श्रीमती प्रीति भटनागर (जीएम-मेडिकल प्रोक्योरमेंट), श्री बी आर ढोके (सीनियर मैनेजर), एल वी रत्नम (सहायक प्रबंधक), लखन यादव और दीप्ति मोहनीश ने अहम भूमिका निभाई।
डॉ नूतन वर्मा, डॉ कौशिक किशोर और डॉ माला चौधरी ने समन्वित, प्रतिबद्ध चरणबद्ध तरीके से मानिटरिंग करते हुए नर्सिंग स्टाफ रीना जंघेल, चिंतामणि साहू, लवली सिभु, मीनाक्षी सोना, क्रिस्टीना दास और विशाखा देवांगन के सहयोग से टीकाकरण केंद्रों पर आयु वर्ग के 12-14 वर्ष के स्कूली बच्चों के लिए कोविड टीकाकरण को प्रभावी ढंग से अंजाम दिया।
इस सफल टीकाकरण अभियान में मेडिकल विभाग के अतिरिक्त सी एंड आईटी, वर्क्स, माइन्स, वित्त, पी एंड ए और जनसंपर्क विभागों ने संयुक्त रूप से योगदान दिया है जिसके फलस्वरूप टीके की खरीद, सॉफ्टवेयर अपडेशन, टीकाकरण के निष्पादन, प्रचार-प्रसार और कार्यान्वयन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए निरन्तर योगदान दिया है।
अब तक कोविशील्ड, कोवैक्सिन और कॉर्बेवैक्स की कुल 44815 पहली खुराक, 45283 दूसरी खुराक और 9902 एहतियाती खुराक दी जा चुकी है। इस टीकाकरण कार्यक्रम से बीएसपी, हिर्री, राजहरा और नंदिनी माइंस के कर्मचारी, पूर्व कर्मचारी, आश्रित, फ्रंटलाइन कार्यकर्ता तथा ठेका श्रमिक लाभान्वित हो चुके हैं। इसके साथ ही सरकार के निर्देशानुसार 15-18 वर्ष तथा 12-14 वर्ष के स्कूली बच्चों का भी टीकाकरण किया गया है। कोविड टीकाकरण कार्यक्रम ने लोगों के जीवन की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।