-उनकी स्वयं की सुरक्षा सर्वोपरि है, वे निरंतर खतरों से जूझते हैं- महापौर धीरज बाकलीवाल
दुर्ग ! महापौर धीरज बाकलीवाल ने 10 दिवसीय सफाई कर्मी एवं वेस्ट पीकर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम में 120 वेस्ट पीकर्स को सुरक्षा किट एप्रान, मास्क, ग्लोबस, सेनेटाईजर, एवं अन्य सुरक्षा किट प्रदान किया गया । नगर पालिक निगम दुर्ग के सफाई कर्मियों एवं वेस्ट पीकर्स को कुशल कचरा प्रबंधन के तहत् शहर की बेहतर स्वच्छता के लिए 10 दिनों का प्रशिक्षण झाड़ूराम देवांगन हाई स्कूल में दिया जा रहा है। 8 जनवरी से प्रारंभ प्रशिक्षण कार्यक्रम नेशनल सफाई कर्मचारी फाइनेंस एण्ड डवलपमेंट काॅर्पोरेशन नई दिल्ली के अंतर्गत एमपीकाॅन लिमिटेड भोपाल द्वारा दिया जा रहा है। इस अवसर पर महापौर बाकलीवाल ने कहा शहर की बेहतर सफाई के साथ कचरों का प्रबंधन संग्रहण करना सफाई कर्मियों के कार्य में शामिल है। कार्यक्रम में स्वास्थ्य प्रभारी हमीद खोखर, राजस्व प्रभारी ऋषभ जैन, पीयूआई शेखर वर्मा, इलियास चैहान, प्रशिक्षक पूनमचंद गुप्ता, राहुल एवं अन्य उपस्थित थे ।
इस अवसर पर महापौर ने सफाई कर्मियों एवं वेस्ट पीकर्स से कहा कि सभी अपने कार्य को निष्पादित करने की प्रक्रिया में कई प्रकार के हानिकारक रसायनों, उपकरणों, औजारों आदि के संपर्क में आ जाते हैं । जिससे उन्हें गंभीर हानि भी हो जाती हैं । निःसंदेह उनकी ड्यूटी महत्वपूर्ण है परन्तु उनकी स्वयं की सुरक्षा भी सर्वोपरि है। उन्होनें कहा वे निजी सुरक्षा उपकरणों का अनिवार्य उपयोग कर कार्य करें । वे कोविड-19 से स्वयं को एवं समाज को बचायें ।
प्रशिक्षण कार्यशाला में पूनमचंद गुप्ता ने कुशल कचरा प्रबंधन के विषय पर बताया कि स्वच्छ भारत अभियान भारत को पूर्णतया स्वच्छ बनाने के लिए एक मुहिम है। उन्होनें स्वच्छता के महत्व का समझाया । उन्होनें सफाई कर्मचारियों की भूमिका एवं जिम्मेदारियों की बात बतायी। उन्होनें घर-घर कचरा में प्रमुख अपशिष्ट प्लास्टिक वेस्टा, किचन तथा गार्डन से निकलने वाले वेस्ट, कांच एवं पत्थर आदि, कागज एवं गत्ता, वृक्षों के सूखे पत्ते, गीला और सूखा कचरा के साथ ही कचरा संग्रहण और प्रबंधन कार्य एवं कम्पोस्ट खाद बनाना एवं गोबर खाद तैयार करने जैसे अनेक कार्य शामिल है । गुप्ता ने बताया नई दिल्ली के माध्यम से आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला के बाद सभी सफाई कर्मियों एवं वेस्ट पीकर्स को प्रमाण-पत्र एवं स्टायपंड प्रदान किया जावेगा।