Home छत्तीसगढ़ शासन जरूरतमंदों की मदद के लिए कोरोना काल में सुरक्षा के साथ हमें तेजी से कदम बढ़ाना है : श्रीमती भेंड़िया

जरूरतमंदों की मदद के लिए कोरोना काल में सुरक्षा के साथ हमें तेजी से कदम बढ़ाना है : श्रीमती भेंड़िया

by admin

रायपुर :   समाज कल्याण मंत्री श्रीमती भेंड़िया ने विभागीय अधिकारियों के लिए त्रैमासिक प्रशिक्षण सत्र का किया शुभारंभ

समाज कल्याण मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया ने माना कैम्प रायपुर स्थित राज्य संसाधन एवं पुनर्वास केंद्र में सोमवार को विभागीय त्रैमासिक प्रशिक्षण सत्र का शुभारंभ किया। अधिकारियों का प्रशिक्षण कार्यक्रम जनवरी से मार्च 2021 तक आयोजित किया जाएगा। अधिकारियों को संबोधित करते हुए श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि समाज कल्याण विभाग आत्मीयता और मानवीय भावना के साथ लोगों से जुड़ा विभाग है। विभाग द्वारा कोरोना महामारी में लॉकडाउन के दौरान जरूरतमंदों की अच्छी सेवा की है। कोरोना संक्रमण अभी थमा नहीं है, लेकिन सुरक्षा के साथ हमें तेजी से कदम बढ़ाने हैं। विभागीय प्रशिक्षण इस दिशा में सहयोगी साबित होगा। इस अवसर पर उन्होंने दो दिव्यांगजन को मोर्टराइज्ड ट्रायसायकल, दो दिव्यांगजन को सामान्य ट्रायसायकल और एक दिव्यांग जोड़े को एक लाख रूपए की विवाह प्रोत्साहन राशि प्रदान की। इसके साथ ही उन्होंने दिव्यांग विद्यार्थियों को 6 स्मार्ट फोन वितरित किया।

श्रीमती भेंड़िया ने कहा कि प्रशिक्षण में मिले मार्गदर्शन से अधिकारी-कर्मचारी कमियों को दूर कर निराश्रितों, दिव्यांग, तृतीय लिंग के व्यक्तियों, दिव्यांग विद्यार्थियों सहित बुजुर्गों की बेहतर सेवा कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि कोविड में निजी कामों की तरह शासकीय काम भी सतर्कता बरतते हुए प्राथमिकता से किए जाएं। जिलों और ब्लॉक मुख्यालयों में शिविर लगाकर अधिक से अधिक दिव्यांगजन को विशिष्ठ दिव्यांग पहचान प्रमाण पत्र (यूडीआईडी कार्ड) प्रदान किए जाएं। कोशिश करें कि पंचायतों के माध्यम से कार्ड बनाने का काम किया जा सके, जिससे दिव्यांगजनों को आसानी हो और उन्हें योजनाओं का लाभ दिया जा सके। इससे उनका भविष्य उज्जवल और परिवार सुखी हो सकेगा। उन्होंने कहा कि तृतीय लिंग के व्यक्तियों को भी मुख्य धारा से जोड़कर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करें।

समाज कल्याण विभाग के संचालक पी. दयानंद ने कहा कि राज्य संसाधन एवं पुनर्वास केंद्र में विभागीय कार्यशैली को बेहतर और अद्यतन करने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है। कोरोना महामारी के कारण वर्चुअल कनेक्टिविटी के बाद भी कई संवेदनशील विषयों पर सीधे प्रशिक्षण की आवश्यकता है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षण अधिकारियों को फिर से ऊर्जावान कर बेहतर क्रियान्वयन के लिए प्रेरित करेगा। प्रशिक्षण में विभागीय अधिकरी, कर्मचारी, ऑपरेटर, अनुदान प्राप्त स्वैच्छिक संस्थाओं के कर्मचारियों उपस्थित थे।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए विभागीय योजनाओं, कार्यक्रमों, नियमों, अधिनियमों की जानकारी दी जाएगी। यहां यूडीआईडी, दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम-2016, सामाजिक सहायता कार्यक्रम, निराश्रित अधिनियम, वरिष्ठ नागरिक सहायता योजना, माता-पिता और वरिष्ठ नागरिको का भरण पोषण अधिनियम-2007 जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए जाएंगे और कर्मचारियों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। प्रशिक्षण से योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन में सहायता मिलेगी।

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