बिलासपुर । विधायक अपमान मामले को लेकर पीसीसी की तीन सदस्यीय टीम जांच करने बिलासपुर पहुं ची। तीन सदस्यी टीम में शामिल पीसीसी उपाध्यक्ष चुन्नीलाल साहू, महामंत्री कैलाश अग्रवाल और पीयुष कोसरे ने छत्तीसगढ भवन में दोनों नेताओं से बातचीत की। दोनों नेताओं ने टीम के सामने अलग अलग समय पर अपना पक्ष राखा। इसके अलावा टीम ने मामले में प्रत्यक्षदर्शियों समेत गवाहों से भी बातचीत की है।
जानकारी हो कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेत दो दिवसीय प्रवास पर तीन और चार जनवरी पहुंचे थे। चार जनवरी को न्यू सर्किट हाउस में कांग्रेस के सभी नेता सीएम से मुलाकात करने पहुंचे। इसी दौरान नगर विधायक और ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष तैय्यब के बीच में कुछ कहासुनी सुई। दुसरे दिन नगर विधायक ने रायपुर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को बताया कि ब्लाक अध्यक्ष ने उन्हें सबके सामने अपमानित किया है। इस दौरान कालर भी पकड़ा है।
मामले को गंभीरता से लेते हुए मोहन मरकाम ने जांच पतड़ाल के लिए तीन सदस्यीय जांच दल का गठन किया। टीम में शामिल चुन्नीलाल साहू, कैलाश अग्रवाल और पीयुष कोसरे आज बिलासपुर पहुंचे। तैय्यब और नगर विधायक से बातचीत के बाद टीम के सदस्यों ने एक एक कर गवाहों और प्रत्यक्षदर्शियों से भी बातचीत की।
मामले में पत्रकारो को चुन्नीलाल साहू ने बताया कि हमने दोनो नेताओं से बातचीत है। दोनों ने अपना पक्ष भी रखा है। गवाहों से भी बातचीत हुई है। रिपोर्ट तैयार कर पीसीसी के हवाले किया जाएगा। कांग्रेस में खुला लोकतंत्र के साथ ही अनुशासन का महत्व है। जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ पीसीसी कार्रवाई करने के लिए स्वतंत्र है। चुन्नीलाल ने बताया कि नगर विधायक ने कालर पकड़े जाने की बात कही थी। जिसे पार्टी ने बहुत गंभीरता से लिया है। चुन्नी ने एक सवाल के जवाब में बताया कि हम सटीफेक्शन के लिए नहीं आए है। जस्टिस करने के लिए भेजा गया है। हमारी टीम पूछताछ के बाद सच को रिपोर्ट के रूप में पीसीसी के हवाले कर देगी।
दोनों ने रखा अपना पक्ष, पीसीसी करेगी फैसला- चुन्नीलाल साहू
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