रायपुर : छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वनांचलों के दुर्गम पहुंचविहिन इलाकों में भी अब वहां के निवासियों को शुद्ध पेय जल मुहैया कराया जा रहा है। दंतेवाड़ा जिले के अधिकांश गांव धुर नक्सली, पहाड़ी से घिरे, घने वन, नदी, नालों, दुर्गम रास्तों के मध्य स्थित हैं जहां तक पहुंच पाना आसान नहीं है। यहाँ रहने वालों के जीवन की कल्पना कोई सामान्य गांव या शहर का व्यक्ति नहीं कर सकता। इन्हें अपने जीवन यापन में विषम परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। चाहे वह भोजन, आवास, शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली, पानी या अन्य साधनों की हो। कटेकल्याण के पखनाचुआ ग्राम टाकोपारा के निवासियों को भी पीने के पानी की उपलब्धता के लिए जूझना पड़ता था। वो सालों से पहाड़ों में स्थित ‘चुआ’ गढ्ढे के पानी को पीकर जीवन यापन कर रहे थे। जिला प्रशासन ने ऐसे गांवों की जानकारी ली और त्वरित कारवाई करते हुए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को बोरवेल खनन के निर्देश दिये। दो दिन के अंदर बोरवेल खनन कर लिया गया। जिससे अब ग्रामीणों को गठ्ठों का पानी नहीं पीना पड़ेगा। खुश होकर ग्रामीणों ने शासन को इस कार्य के लिए धन्यवाद दिया।
प्रशासन का कार्य जिले के सीमा के आखिरी व्यक्ति तक तमाम सुविधाएं मुहैया कराना है, चाहे उन्हें कठिनाइयों से ही क्यूं न गुजरना पड़े। उनकी समस्याओं का तुरंत निराकरण किया जा रहा है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता जी पी नेताम ने बताया कि वर्तमान में उनके पास 28 बोर खनन के आदेश है, जहां कार्य प्रगति पर है। साथ 150 स्थानों पर बोरवेल खनन भी किया जाएगा जो जल्द ही पूर्ण किये जायेंगे।ऐसे पहूंच विहीन स्थल जहाँ बोरवेल खनन मशीन नहीं पहुंच सकती वहां भी पानी की उपलब्धता अन्य माध्यमों से कराई जाएगी। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। विभाग द्वारा विगत 02 वर्षों में नलजल, सोलरपम्प, मिनीमाता योजना एवं हैण्डपम्पों के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्र के मजरेध्पारेध्टोलों में 372 नलकूपों का खनन कर 327 सफल नलकूपों में हैण्डपम्प स्थापना एवं चबुतरा निर्माण का कार्य किया गया है जिससे ग्रामवासियों को शुद्ध पेयजल प्राप्त हो रहा है। इसी कड़ी में कलेक्टर महोदय के निर्देश एवं मार्गदर्शन में कई बसाहटों में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया गया है। जिसमें मुख्य रूप से पखनाचुआ के पटेलपारा, टेकापारा, कुंजामपारा एवं बड़ेगुडरा के भुंजीपारा, कवासीपारा, बुरगुम पारा एवं ग्राम झिरका के पटेलपारा, उपसरपंचपारा शामिल है इसी तरह नलजल योजना के माध्यम से विकासखण्ड गीदम के पाहुरनार तथा विकासखण्ड कटेकल्याण के दुवालीकरका में पेयजल प्रदाय किया जा रहा है।
जल जीवन मिशन अंतर्गत जिला दन्तेवाड़ा में जल जीवन मिशन अंतर्गत हर घर जल योजना के तहत वर्ष 2024 तक प्रत्येक ग्रामीण परिवारों को नल के माध्यम से 55 लीटर प्रति व्यक्ति शुद्ध पेयजल प्रदाय किया जाना है जिसके लिये विभाग द्वारा जिला कार्ययोजना तैयार किया गया है। योजना के अंतर्गत जिला दन्तेवाड़ा के 225 ग्रामों की वर्ष 01.04.2020 की स्थिति में कुल 49307 परिवार शामिल है। जिसमें 1091 परिवारों को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जल प्रदाय किया जा रहा है। शेष 48216 परिवारों के लिये जिला कार्ययोजना तैयार किया गया है।
वनांचलों के पहुंचविहिन इलाकों में अब उपलब्ध कराया जा रहा है शुद्ध पेय जल
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