नई दिल्ली(ए)। उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने शुक्रवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी की तपस्या से जो बदलाव हो रहा है, उससे देखकर दुनिया अचंभित है। धनखड़ ने काशी में देव दीपावली के अवसर दीप जलाकर नमो घाट का लोकार्पण किया और अपने संबोधन में कहा,‘‘(नमो) घाट उस व्यक्ति (नरेन्द्र मोदी) को परिभाषित करता है। नमो घाट तो सबसे बड़ा होना ही चाहिए। अपना भारत अकल्पनीय तरीके से बदल रहा है, जो सोचा नहीं, वह संभव हो रहा है।”
धनखड़ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जी के नेतृत्व में एवं योगी जी की तपस्या से जो बदलाव हो रहा है, उसे देखकर दुनिया अचंभित है। उन्होंने कहा, ‘‘जल हो, थल हो, आकाश हो, अंतरिक्ष हो, भारत की बुलंदियों को दुनिया सराह रही है।” उन्होंने कहा,‘‘आज मेरा मन पूरी तरह अभिभूत है, आज मेरे जीवन में वह पल आया है, जिसकी कल्पना मैंने कभी नहीं की थी।” उपराष्ट्रपति ने कहा, ‘‘इस पावन पर्व पर नमो घाट का लोकार्पण मेरे हाथों से होना मुझे बडे दायित्व का बोध कराता है। यह दुनिया का सबसे बड़ा घाट है। जब मैंने माननीय मुख्यमंत्री जी से कहा कि यह दुनिया का सबसे बडा घाट है तो उन्होंने कहा कि भारत के अलावा घाट है ही कहां।”
काशी की धरती को प्रणाम करते हुए धनखड़ ने इस पावन भूमि से सभी देशवासियों को देव दीपावली, कार्तिक पूर्णिमा की हार्दिक शुभकामना दी। उन्होंने साथ aही कहा, ”आज ही के दिन सिख धर्म के संस्थापक प्रथम गुरु नानक देव का 555 वां प्रकाश पर्व है।” उन्होंने सिख-भाई बहनों को प्रकाश पर्व की अनेक शुभकामनाएं देते हुए कहा ,”उपराष्ट्रपति के नये निवास के सामने प्रमुख गुरुद्वारा है और मैं वहां की चमक-दमक देखकर आया हूं। इस प्रकाश पर्व की चमक—दमक मैंने देश के हर कोने में देखी है। यह संयोग है कि प्रकाश पर्व भी आज है।”
उप राष्ट्रपति ने कहा, ”आज ही के दिन भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती है। आज मेरे दिन की शुरुआत संसद परिसर में जनजाति समुदाय से आने वाली भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी के साथ बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पण के साथ हुई।” धनखड़ ने संकेतों में पूर्ववर्ती सरकारों पर बिरसा मुंडा की उपेक्षा की बात करते हुए कहा, ”उनकी जन्मतिथि को लंबे अरसे बाद हमने याद किया और अमृत काल की सबसे सबसे बड़ी सीख है जिन लोगों ने देश के लिए त्याग किया, हमारे उत्थान और आजादी में योगदान किया, जिनको सदैव पहले याद करना चाहिए, उन्हें याद किया गया।” धनखड़ ने कहा कि आज का दिवस पूरे देश में जनजाति गौरव दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।
इस दौरान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने उपराष्ट्रपति का नमो घाट का प्रतीक चिन्ह देकर अभिनंदन किया। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उपराष्ट्रपति की पत्नी सुदेश धनखड़ को पंचमुखी गणेश प्रतिमा देकर स्वागत किया। अधिकारियों ने बताया कि नमोघाट के उद्घाटन के बाद उपराष्ट्रपति धनखड़ मुख्यमंत्री योगी के साथ विशिष्ट क्रूज पर सवार होकर गंगा के मध्य धारा से देव दीपावली का विहंगम नजारा देखेंगे। क्रूज से ही विशिष्ट अतिथि चेतसिंह घाट पर लेजर शो और गंगा उस पार ग्रीन आतिशबाजी भी देखेंगे। इस दौरान गंगा में और आसपास सुरक्षा की व्यापक व्यवस्था की गई है। क्रूज के आसपास जल पुलिस और एंबुलेंस तैनात रहेगी।
वीवीआईपी लोगों की मौजूदगी को देख गंगा में भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। देव दीपावली के अवसर पर काशी के घाटों को दियों से सजाया जा रहा है। काशी के बबुआ पांडेय घाट पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नारा ”बंटोगे तो कटोगे” 51 हजार दियों से लिखा जा रहा है। वाराणसी के बबुआ पांडेय घाट पर देव दीपावली के व्यवस्थापक सुनील उपाध्याय ने कहा, ”हमारे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सनातन धर्म को मानने वाले हैं, उनका एक बयान आया है कि ”बंटोगे तो कटोगे” और काशी में देव दीपावली पर लाखों सैलानी आते हैं, उन सबको हम काशी की धरती से यह संदेश देना चाहते हैं कि बंटोगे तो कटोगे, इसके लिए हम लगभग 51 हजार दिए से लिख रहे हैं।”